दोनों डोज का सर्टिफिकेट नहीं होने पर मंदिरों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा 2021
कोरोना महामारी को लेकर सरकार दोबारा सख्त हो गई है।कोरोना के मामले दोबारा बढ़ने लगे हैं, जिसको लेकर सरकार ने सख्ती अपना ली है। लोगों में कोरोना के दूसरे डोज को लेकर लापरवाही दिख रही है और इसलिए प्रशासन ने संकल्प लिया है कि अगर 30 नवंबर तक दोनों डोज नहीं लगवाएं तो आपको किराना सामान, दूध, मंदिर में प्रवेश और किसी भी फैक्ट्री में काम मिलना बंद हो जाएगा। यह नियम सबसे पहले इंदौर में चलाया गया है क्योंकि 31 अगस्त तक सभी को पहला डोज लग चुका है।उसके हिसाब से 30 नवंबर तक सभी को दूसरा डोज भी लग जाना चाहिए लेकिन लोग इसमें लापरवाही बरत रहे हैं और प्रशासन ने इसीलिए यह संकल्प लिया है।
विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी घोषणा की है
प्रशासन के साथ-साथ धार्मिक सामाजिक व्यापारिक संगठनों ने भी घोषणा की है कि अगर 30 नवंबर तक किसी भी व्यक्ति को दूसरा डोज नहीं लगा है तो उसे किराना का सामान, दूध, मंदिर में प्रवेश और किसी भी फैक्ट्री में काम नहीं मिलेगा। अगर कोई व्यक्ति अपना सर्टिफिकेट नहीं बताएगा तो उसे दूध नहीं दिया जाएगा। कलेक्टर मनीष सिंह के अनुसार विदेशों में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और इसलिए देश में सावधानी रखना बहुत जरूरी है। अग्रवाल समाज में भी इसके लिए बड़ी मिसाल पेश की है और हर शादी के कार्ड पर लिखवा रहे हैं कि वैक्सीनेशन जरूर करवाएं और उसके बाद ही शादी करवा रहे हैं। प्रशासन ने भी अग्रवाल समाज की इस पहल की सराहना की है।
100% दोनों डोज के लिए यह बनाई गई रणनीति
1- विधानसभा वार लोगों की सूची बना रहे हैं और मैसेज करके उनको बता रहे हैं। लोगों को फोन लगा कर भी वैक्सीन के लिए बुलाया जा रहा है।
2- मोबाइल वैन से घर घर पहुंच कर बच्चों को और दिव्यांग लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
3- 10,000 से अधिक वैक्सीनेशन सेंटर चालू, वैक्सीन इन ड्राइव भी फिर से चालू की गई।
4- बच्चों के विद्यालयों में शिक्षक बच्चों से अपने परिजनों के सर्टिफिकेट मंगवा रहे हैं।
5- सभी सार्वजनिक स्थानों पर बिना वैक्सीन के प्रवेश निषेध किया जाएगा।
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